नई दिल्ली: COVID-19 महामारी के चलते आई मंदी के बावजूद साल 2020 मारुति-सुजुकी (Maruti Suzuki) के लिए बड़ी राहत देकर गया है। गौरतलब है कि 2020 में मारुति-सुजुकी (Maruti Suzuki) के सीएनजी (CNG) वाहनों की बिक्री में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मारुति-सुजुकी अप्रैल से नवंबर 2020 के बीच 71,990 यूनिट सीएनजी वाहनों की बिक्री करने में सफल रही जो कि 2019 के इन महीनों के दौरान 55,071 यूनिट रही थी। जाहिर तौर पर मारुति की सीएनजी (CNG) कारें- दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों में सर्वाधिक बिकी हैं, क्योकि इन राज्यों में सीएनजी की उपलब्धता बेहतरीन है।
भारतीय बाजार में मारुति-सुजुकी उन कंपनियों में शुमार है जो भारत सरकार के निर्देशानुसार पेट्रोल-डीजल से इतर वैकल्पिक ईंधन वाली गाड़ियों पर तेजी से काम कर रही है। सीएनजी (CNG) कारों की पूरी रेंज उपलब्ध करवाना कंपनी की इसी कवायद का हिस्सा है। यदि शुरुआती दौर को छोड़ दें तो ग्राहक भी मारुति पर भरोसे के चलते सीएनजी कारों को बेझिझक खरीद रहे हैं। मारुति की सीएनजी कारों के प्रदर्शन भी अभी तक ग्राहकों का दिल जीत पाने में सफल रहा है।
फिलहाल मारुति-सुजुकी भारतीय बाजार में कुल 14 कारों की बिक्री करती है जिनमें से 6 मॉडल- अल्टो (Alto), ईको (Eeco), एस-प्रेसो (S-Presso), वैगनआर (Wagon-R), सेलेरियो (Celerio) और अर्टिगा (Ertiga) के साथ फैक्ट्री फिटेड सीएनजी का विकल्प मौजूद है। कंपनी ने इसे एस-सीएनजी (S CNG) नाम दिया है। छोटी ही नहीं बल्कि मारुति की अर्टिगा (Ertiga) जैसी बड़ी गाड़ियों के सीएनजी वेरिएंट की भी बाजार में जबरदस्त मांग हैं। इसे इससे समझा जा सकता है कि 2019 में अर्टिगा की 3,324 यूनिट बिकी थीं, जो 2020 में बढ़कर 17,109 यूनिट तक पहुंच गई। यानी कि पूरे 415 प्रतिशत की वृद्धि। अर्टिगा के सीएनजी वेरिएंट को खासतौर पर व्यवसायिक उद्देश्यों लिए इस्तेमाल किया जाता है।
बीते कुछ समय से पेट्रोल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिली है और दूसरी तरफ डीजल कारों के पूरी तरह बंद होने की खबरें भी जब-तब सामने आती रहती हैं। इलैक्ट्रिक कारों के साथ परेशानी इस बात की है कि उनके लिहाज से इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार होने में अभी लंबा समय लगेगा। ऐसे में सीएनजी एक सटीक विकल्प लगता है।