कोरोना महामारी के दौर में जब आम लोग सार्वजनिक वाहनों की बजाय निजी वाहनों में यात्रा करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं, ऐसे में गाड़ियों की बिक्री में तेजी आना अपेक्षित है। लेकिन ये भी सही है कि पसंद की नई कार खरीदने की इजाजत हर किसी का पॉकेट नहीं देता है। ऐसे में सेकंड हैंड कारें एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती हैं। मार्केट में सेकंड हैंड कारें खरीदने के लिए कई ऑप्शन मौजूद हैं। और तो और कई प्रमुख कार कंपनियां भी अपने ब्रांड के तहत पुरानी और बेहतर गाड़ियां बेचती हैं। मारुति-सुजुकी का ट्रू-वेल्यू (True Value ) ऐसा ही एक नाम है। मारुति ने ट्रू-वेल्यू को 2001 में स्थापित किया था, तब से अब तक यहां पहुंचने वाली ग्राहकों की संख्या संतोषजनक रही है। गुरुवार को मारुति-सुजुकी ने घोषणा की है कि अब तक ट्रू-वेल्यू ब्रांड के तहत 40 लाख गाड़ियां बेच चुकी है।
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इस मौके पर मारुति-सुजुकी का कहना है कि ये उपलब्धि हासिल करने में कई पक्ष मददगार साबित हुए। कंपनी के मुताबिक ट्रू-वेल्यू उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हुआ जो कम बजट में पारदर्शी, सुगम और एक सुरक्षित व भरोसेमंद जगह से एक बेहतर स्थिति वाली कार खरीदना चाहते हैं। इसके अलावा कंपनी के एग्ज़िक्युटिव डायरेक्टर शशांक श्रीवास्तव ने बयान जारी कर कहा है कि भारत में प्री-ऑन्ड (इस्तेमाल की गई) कारों का बाजार बहुत अव्यवस्थित है। साथ ही कुछ जगहों पर पुरानी गाड़ियां मिलती तो हैं, लेकिन उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं होती है। ऐसे में ट्रू-वेल्यू इन सभी दुविधाओं का एकमात्र समाधान साबित हुआ, और अपने ग्राहकों को वही अनुभव दिया जैसा कि नई कार खरीदने वाले ग्राहक को होता है।
श्रीवास्तव ने आगे जोड़ा, ‘हमारे आउटलेट्स पूरी तरह से डिजिटल इंटिग्रेटेड हैं। इसलिए हमारे ग्राहक आउटलेट तक आने की परेशानी उठाए बिना ही; ऑनलाइन जान सकते हैं कि हमारे पास कौन-कौन सी गाड़ियां स्टॉक में उपलब्ध हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि हम अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सर्टिफाइ कारें ही उपलब्ध करवाएं।’ गौरतलब है कि इस समय देश के 268 शहरों में ट्रू वेल्यू के 550 से ज्यादा आउटलेट्स संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा देशभर में ट्रू-वेल्यू के 376 चेक पॉइंट्स भी मौजूद हैं।